अयोध्या (एजेंसी)। 22 जनवरी को होने वाले प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के साथ
अयोध्या को संवारने का कार्यक्रम तेज गति पकड़े हुए है। अयोध्या को न केवल
देश की सांस्कृतिक राजधानी के तौर पर विकसित किया जा रहा है, बल्कि इसे देश
का स्वच्छतम शहर बनाने का संकल्प भी लिया गया है। 800 सफाई मित्रों की तैनाती
के साथ ही सभी वार्डों को गंदगी मुक्त बनाने की मुहिम छेड़ दी गई है। नगर
विकास के एक अधिकारी ने बताया कि अयोध्या नगर निगम शहर के सभी वार्डों को
गंदगी मुक्त बनाने के लिए विभिन्न अभियानों व प्रक्रियाओं का सहारा लिया
जाएगा। इसके लिए एजेंसी, नॉन प्रॉफिट ग्रुप्स (एनजीओ), स्वयं सेवी
संस्थानों (एसएचजी) व प्रोप्राइटरशिप फर्म के माध्यम से वेस्ट मैनेजमेंट,
क्षमता निर्माण, हेल्थ हाइजीन, जागरूकता तथा स्वच्छता की प्रक्रियाओं को
बढ़ावा दिया जा रहा है। इनके जरिए बल्क वेस्ट जेनरेशन वाले स्थानों को
चिह्नित कर वेस्ट मैनेजमेंट प्रैक्टिसेज को लागू करते हुए कूड़ा के निपटारे
का मार्ग प्रशस्त किया जाएगा। इसके साथ ही 22 जनवरी के कार्यक्रम के
मद्देनजर शहर को फूलों से सजाने के साथ ही सौंदर्यीकरण के पैमाने में वृद्धि
करने वाले 3डी व 4डी इल्यूमिनेटेड लेजर कट मेटल लाइट स्कल्पचर्स के
इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। संपूर्ण अपशिष्ट उत्पादन
समुदायों/ हितधारकों को सुरक्षित स्वच्छता और अपशिष्ट प्रबंधन प्रथाओं के
प्रति उनकी नैतिक, सामाजिक, संवैधानिक भूमिका और जिम्मेदारियों के प्रति
संवेदनशील बनाने की प्रक्रियाओं को पूर्ण करने पर भी नगर निगम द्वारा फोकस
किया जा रहा है। इसके तहत घर-घर जाकर अलगअलग रूप (गीला, सूखा, सैनिटरी,
हाउसहोल्ड व बायोहैजर्ड) में निस्तारित कचरे का 100 प्रतिशत संग्रह कर उचित
केटेगरी अनुसार निस्तारित किया जाएगा। डोर टू डोर वेस्ट कलेक्शन के जरिए
चरणबद्ध तरीके से सभी घर वेस्ट जेनरेशन प्वॉइंट्स बिंदुओं उचित समायोजन के
मन्वित प्रयासों से सभी वार्डों को कूड़ा-कचरा मुक्त बनाया जाएगा। वेस्ट
मैनेजमेंट के सभी मानकों को अगले एक महीने में 30 प्रतिशत तक तथा 5 से 12
महीनों में विभिन्न केटेगरी अनुसार 100 प्रतिशत तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा
गया है। अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) द्वारा शहर के सौंदर्यीकरण पर सबसे
ज्यादा फोकस किया जा रहा है। इस क्रम में एडीए द्वारा शहर के विभिन्न
स्थानों पर 6 फुट ऊंचे तथा 6 फुट चौड़े 3डी व बेसिक 4डी इल्यूमिनेटेड लेजर
कट मेटल लाइट स्कल्पचर्स (हाइबीकोजो) के इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया भी एजेंसी
के माध्यम से शुरू कर दी गई है। उल्लेखनीय है कि इन आर्टिफैक्ट्स के
इंस्टॉलेशन से अयोध्या कीसड़कों को खुली गैलरी के तौर पर विकसित किया जा
रहा है। इससे अयोध्या मॉडल शहर के रूप में विकसित होगी जो आधुनिक जीवन की
गतिशीलता को अपनाते हुए अपनी विरासत को संरक्षित करने की ओर लक्षित प्रयास
कर रही है। ये स्कल्पचर्स दिन में ठोस आकार वाली मूर्तियों के तौर पर
दिखेंगे मगर रात में इनमें से निकलने वाली रोशनी देखने वालों को अलग ही
अहसास देगी