नीटपरीक्षा विवाद के बीच केंद्र सरकार ने एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) के
महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह को हटा दिया और उनकी जगह प्रदीपसिंह खरोला को नया
महानिदेशक नियुक्त किया है। प्रदीप सिंह खरोला कर्नाटक कैडर के 1985 बैच के
रिटायर्ड आईएएस अधिकारी हैं और इंडियन ट्रेड प्रोमोशन ऑर्गनाइजेशन के सीएमडी
हैं। इस घटनाक्रम के बीच, 23 जून को होने वाली नीट- पीजीपरीक्षा भी रद्द कर
दी गई है और इसकी नई तारीख का ऐलान बाद में किया जाएगा। यह परीक्षा नेशनल
बोर्ड ऑफ एजुकेशन इन मेडिकल साइंसेज (NBEMS) द्वारा कराई जाती है।
इस परीक्षा
में गड़बड़ियों के विरोध में देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इसके
अलावा, शिक्षा मंत्रालय ने एनटीए की परीक्षाओं में पारदर्शिता लाने और
गड़बड़ियां रोकने के लिए 7 सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है। इस
समिति के प्रमुख इसरो के पूर्व चेयरमैन और IIT कानपुर के पूर्वडायरेक्टर के.
राधाकृष्णन होंगे। यह समिति दो महीने में शिक्षा मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट
सौंपेगी। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस कमेटी के गठन की घोषणा 20 जून
को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में की थी।
समिति एनटीए के स्ट्रक्चर, फंक्शनिंग,
एग्जाम प्रोसेस, ट्रांसपेरेंसी, ट्रांसफर और डेटा, सिक्योरिटी प्रोटोकॉल को
सुधारने के लिए सुझाव देगी ताकि भविष्य में ऐसी गड़बड़ियों को रोका जा सके।
वहीं नीट (पीजी) की परीक्षा से एक दिन पहले शनिवार को उसे रद्द किये जाने की
घोषणा के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को आरोप
लगाया कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी नीत सरकार में समूची शिक्षा का ढांचा
माफियाओं-भ्रष्टाचारियों के हवाले कर दिया गया है। प्रियंका ने एक्स पर एक
पोस्ट में कहा कि नीट (यूजी) का पेपर लीक हो गया, नीट (पीजी) की परीक्षा रद्द
हो गई, यूजीसी नेट की परीक्षा रद्द हो गई और सीएसआईआर नेट की परीक्षा रद्द हो
गई।
उन्होंने लिखा, आज ये देश की कुछ सबसे बड़ी परीक्षाओं का हाल है। भाजपा
राज में समूची शिक्षा का ढांचा माफियाओं-भ्रष्टाचारियों के हवाले हो चुका है।
लालची और चाटुकार किस्म के अयोग्य लोगों के हाथ में देश की शिक्षा और बच्चों
का भविष्य सौंप देने की राजनीतिक जिद और अहंकार ने पेपर लीक, परीक्षा रद्द,
कैंपसों से पढ़ाई-लिखाई का विलोप और राजनीतिक गुंडागर्दी को हमारी
शिक्षा-व्यवस्था की पहचान बना दिया है। उन्होंने कहा कि हालत यह हो गई है कि
भाजपा सरकार साफ-सुथरे ढंग से एक परीक्षा तक नहीं करा सकती। आज युवाओं के
भविष्य के सामने भाजपा सरकार एकमात्र सबसे बड़ी बाधा बनकर खड़ी हो चुकी है।
उन्होंने कहा, देश के काबिल युवा अपना सबसे कीमती समय, सारी ऊर्जा भाजपा के
भ्रष्टाचार से लड़ने में गवां रहे हैं और मजबूर मोदी जी सिर्फ तमाशा देख रहे
हैं। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि नीट घोटाले की
ज़िम्मेदारी मोदी सरकार के शीर्ष नेताओं पर है। उन्होंने कहा कि नेशनलटेस्टिंग
एजेंसी (एनटीए) को एक स्वायत्त निकाय के रूप में लाने का प्रस्ताव था, लेकिन
वास्तव में इसे भाजपा/आरएसएस के कुटिल हितों कीपूर्ति के लिए बनाया गया है।