दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कीगिरफ्तारी पर उत्तर प्रदेश के
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोई भी कानून से बड़ा नहीं हो
सकता। उन्होंने कहा कि देश में लोकतंत्र कायम है, इसीलिए अरविंद केजरीवाल
बार-बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बन सके। मगर लोकतंत्र किसी व्यक्ति, पार्टी या
संस्था को डकैती डालने की छूट नहीं देता। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि
मुख्यमंत्री प्रदेश का मालिक नहीं होता। हमारा काम जनसेवक और कस्टोडियन का
होता है।
कोई भी, फिर चाहे मैं ही क्यों न हूं, अगर नियम विरुद्ध आचरण करेगा
तो उस पर देश का कानून लागू होगा। कोई व्यक्ति या सरकार खुद को कानून से
ऊपर मानने लगे तो यह गलत है। ईडी एक स्वायत्त निकाय है। केजरीवाल का मामले
में कोर्ट में है, और इसे अब कोर्ट ही तय करेगा। उन्होंने कहा कि उत्तर
प्रदेश में जो भी परिवर्तन दिखाई देता है उसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र
मोदी और यूपी की जनता को दिया जाना चाहिए। प्रदेश के बारे में आज देश और
दुनिया की धारणा बदली है।
भारतीय जनता पार्टी विकास की बात करती है,
ध्रुवीकरण की राजनीति नहीं करती। हम लोकआस्था का सम्मान करते हैं। हम
कर्फ्यू नहीं लगाते, कांवड़यात्रा का मार्ग प्रशस्त करते हैं।
स्प्रिचुअलटूरिज्म में यूपी में बहुत संभावनाएं हैं। सीएम ने कहा कि वह
जितनी बार अयोध्या, मथुरा और काशी गये हैं, उतना कोई भी मुख्यमंत्री नहीं
गया। यही कारण है कि 2017 से पहले की अयोध्या और अब की अयोध्या में
संभावनाओं के मामले में 100 गुना ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। मुख्यमंत्री ने
बदायूं की घटना को वीभत्स बताया।
उन्होंने कहा बुलडोजर अन्यायियों और
अत्याचारियों के साथसाथ इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए चलता है। हम
हिन्दू आस्था के साथ खिलवाड़ नहीं कर पाए, इसलिए शायद मुसलमानों के मन में
जगह नहीं बना पाए। हिन्दुस्तान में हमें यहां की मूल आत्मा का सम्मान करना
पड़ेगा। हिन्दूदेश की मूल आत्मा है। पेपर लीक के मामले पर मुख्यमंत्री ने
कहा कि इसमें सख्त कार्रवाई की गई है। जो युवाओं के जीवन के साथ खिलवाड़
करेगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, आजम खां के मामले में सीएम
ने कहा कि उनके कर्मों के कारण उन्हें न्यायालय से सजा मिली है। भारत की
न्यायपालिका स्वतंत्र है।